श्री बाबा गोखले जी द्वारा 1941 में रोपा गया यह पौधा आज विशाल एवं भव्य वटवृक्ष का रूप ले चुका है, जिसके अंतर्गत प्रदेशस्तरीय ख्याति प्राप्त 4 महाविद्यालय, 3 विद्यालय एवं 1 खेल अकादमी संचालित है। 02 विशाल परिसर, 6000 से अधिक विद्यार्थी, विषय एवं आवश्यकतानुसार शिक्षकों एवं कर्मचारियों की पर्याप्त संख्या, आवश्यकतानुसार वृहद् अधोसंरचना, सर्वसुविधायुक्त पुस्तकालय, WIFI CAMPUS, SMART CLASS, आधुनिक प्रयोगशालाएँ एवं सर्वसुविधायुक्त कंप्यूटर लैब से सुसज्जित महाविद्यालयों एवं विद्यालयों में कला, वाणिज्य, विज्ञान, प्रबंधन, शिक्षा, विधि आदि के विविध पाठ्यक्रम संचालित है। हमारे यहाँ समस्त विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु खेल एवं योग प्रक्षिक्षण की पर्याप्त सुविधाएँ, NCC का अनुशासन एवं NSS की सेवा दृष्टि, बौद्धिक विकास के लिए शोध संगोष्ठी, व्याख्यान, कार्यशालाएं, शिविर, प्रदर्शनियां, साहित्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रंखला, करियर काउन्सलिंग, प्लेसमेंट सेल, उद्यमिता विकास, कौशल विकास आदि गतिविधियों की नियमितता पर निरंतर ध्यान दिया जाता है |
ग्वालियर राज्य में तत्कालीन शासकों द्वारा ग्वालियर तथा उज्जैन में उच्च शिक्षा की व्यवस्था की गई थी। उच्च शिक्षा कला एवं विज्ञान के विषयों की ही दी जाती थी। विधि की शिक्षा के प्रति तत्कालीन शासन उदासीन रहा। ग्वालियर के कुछ प्रमुख समाज सेवी एवं शिक्षाविदों ने विधि की शिक्षा की कमी का अनुभव किया।
बार काउसिल ऑफ इंडिया , नई दिल्ली के बन्धनकारी निर्देशों के फलस्वरूप सत्र 2004 - 2005 से माधव महाविद्यालय में विधि संकाय समाप्त कर दिया गया एवं उत्कनिर्देशों के अनुरूप प्रथक नविन माधव विधि महाविद्यालय के लिए मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा विभाग , भोपाल के अनापत्ति प्रमाण - पत्र दिया गया |
ग्वालियर नगर की प्राचीनतम प्रतिष्ठित संस्था जो पूर्व में ग्वालियर एज्यूकेशन सोसायटी के नाम से जानी जाती थी वर्तमान में मध्यभारत शिक्षा समिति केनाम से समाज में प्रतिष्ठा प्राप्त है। संस्था के विकास एवं सुचारू संचालन के लिये स्व. श्री सदाशिव गणेश उपाख्य बाबा गोखले एवं डॉ. हरि रामचन्द्र दिवेकर का योगदान अविस्मरणीय है। स्व. बाबा गोखले इस संस्था के संस्थापक सदस्यों में अन्यतम थे।
माधव शिक्षा महाविद्यालय ग्वालियर के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षा कॉलेज है। महाविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद , मध्य प्रदेश भोपाल की द्वारा मान्यता प्राप्त है और जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर से संबद्ध है। माधव शिक्षा महाविद्यालय मध्य भारत शिक्षा समिति विवेकानंद मार्ग (नई सड़क) ग्वालियर मध्य भारत शिक्षा समिति 7 अगस्त 1950 को स्थापित किया गया था ।
यह विद्यालय ७४ वर्ष पूर्व शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने के लिये प्रारंभ किया गया था .इसकी नींव समाज के प्रति समर्पित त्याग की प्रतिमूर्ति परम श्रध्देय स्व.श्री बाबा गोखले ने डाली थी . उनकी त्यागमयी भावना से प्रेरित होकर यह संस्था निरंतर अपने उद्देश के प्रति समर्पित भाव से सफलतापूर्वक कार्य कर रही है!
परम श्रद्धेय स्व. श्री बाबासाहब गोखले के असीम त्याग और परिश्रम के फलस्वरूप सन 1943 से संस्था का शुभारंभ सार्वजनिक शिशु पाठशाला के नाम से हुआ। विद्यालय के प्रारम्भ से सन 1970 तक अध्यापन कार्य मराठी एवं हिंदी दोनों ही रहा। तत्पश्चात सन 1970 से केवल हिंदी माध्यम में अध्यापन कार्य किया जाता रहा।
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