देश के नौनिहालों एवं युवाओं को इस प्रकार शिक्षित-प्रशिक्षित-दीक्षित करना कि वे स्वयं के साथ समाज जीवन के तेजोमय, अनुशासित, प्रगतिशील, वैभव सम्पन्न, सर्वसमर्थ एवं यशस्वी बनाने में अग्रणी भूमिका का निर्वहन कर सकें।
इस हेतु शिक्षा-संस्कार, ज्ञान-प्रेरणा, आचार-व्यवहार, शोध-आविष्कार का ऐसा उत्प्रेरक वातावरण बनाना, जहाँ व्यक्ति स्वयं स्फूर्त हो अनुकरणीय व्यक्तित्व में रूपांतरित होते रहें।
मध्य भारत शिक्षा समिति अपने संस्थानो में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के दृष्टिपथ के प्रकाश में शिक्षा, कौशल्य एवं संस्कार की त्रिवेणी गंगा में विद्यार्थियों के व्यक्तित्व को समाज एवं राष्ट्र की अपेक्षानुसार विकसित करने का प्रयत्न करना चाहती है।
राजेन्द्र बांदिल
अध्यक्ष
मध्य भारत शिक्षा समिति, ग्वालियर